• 1. 
    कवयित्री दीपक को जलने के लिए क्यों कहती है ?

  • अँधेरा मिटाने के लिए
  • बिजली नहीं है
  • तेल खत्म हो गया है
  • तांकि ईशवर रुपी प्रियतम का पथ प्रकाशमान रहे उन्हें कवयित्री तक पहुँचने में कोई परेशानी न हो
  • 2. 
    कवयित्री ने इस कविता में दीपक को किस किसका प्रतीक माना है ?

  • परोपकार
  • वेदना
  • त्याग
  • सभी
  • 3. 
    महादेवी वर्मा के काव्य की विशेषताओं का उल्लेख करें |

  • वेदनात्मक
  • संगीतात्मक
  • गीत तत्त्व ,छायावाद एवं प्रकृतिचित्रण
  • सभी
  • 4. 
    महादेवी वर्मा जी की मुख्य कृतियों के नाम लिखें |

  • नीरजा
  • सांध्य गीत
  • दीपशिखा
  • सभी
  • 5. 
    महादेवी वर्मा को आधुनिक युग की मीरा क्यों कहा गया ?

  • लिखने की कला के कारण
  • गीत गुनगुनाने की कारण
  • क्योंकि मीरा की ही तरह महादेवी वर्मा जी ने भी अपनी विरह की पीड़ा को कविता की कला का रंग दे दिया
  • माता जी के कारण
  • 6. 
    शलभ का सामान्य स्वभाव है

  • दीपक को जलाना
  • दीपक पर मर मिटना
  • दीपक को बुझाना
  • दीपक के पास रहना
  • 7. 
    "सिहर-सिहर मेरे दीपक जल' का क्या अर्थ है?

  • भयभीत होकर जलना
  • ठिठुरते हुए जलना
  • विपरीत परिस्थितियों में थरथराकर जलना
  • दूसरों को डराते हुए जलना
  • 8. 
    प्रकृति के सभी तत्व दीपक से क्या माँग रहे हैं?

  • जीवनकण
  • प्रकाशकण
  • अग्निकण
  • जलकण
  • 9. 
    कवयित्री दीपक को विहँस-विहँस कर जलने को क्यों कहती हैं?

  • वह प्रभु को खुश करना चाहती हैं
  • वह जीवन खुशी से जीना चाहती हैं
  • वह भक्ति में आनंद पाना चाहती हैं
  • वह संसार के दुखों में नहीं जीना चाहती
  • 10. 
    'स्नेहहीन दीपक' से क्या आशय है?

  • प्रेमहीन बच्चे
  • भक्तिहीन लोग
  • हिंसक लोग
  • गरीब बच्चे
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